कलेक्टर गाइडलाइन में ऐसे होगा वर्गीकरण

4.36 लाख प्रॉपर्टी टैक्स खाताधारक हैं भोपाल में 


10 साल पहले हुआ था प्रॉपर्टी टैक्स में इजाफा


165 करोड़ रुपए है इस साल वसूली का टॉरगेट।


6 से 10% तक प्राॅपर्टी टैक्स होता है एनुअल रेंटल वैल्यू का


कलेक्टर गाइडलाइन में प्लॉट को तीन भागों रेसीडेंशियल, कमर्शियल और इंडस्ट्रीयल में बांटा गया है। 


रेसीडेंशियल बिल्डिंग को आरसीसी, आरबीसी, टीनशेड और कच्चा कवेलू में बांटा गया है।


कॉमर्शियल बिल्डिंग को शॉप, ऑफिस और गो डाउन में बांटा गया है


मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के दो भाग हैं- रेसीडेंशियल और कॉमर्शियल।


एग्रीकल्चर लैंड को चार भागों में सिंचित, असिंचित, रेसीडेंशियल डायवर्जन, कॉमर्शियल डायवर्जन में बांटा गया है।


112 करोड़ रु. प्रॉपर्टी टैक्स वसूला पिछले साल